अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS) मुंशीगंज में आज डॉ. अमिता जैन ने बतौर तीसरी कार्यकारी निदेशक और सीईओ पदभार संभाल लिया. इस मौके पर संस्थान के अधिकारियों, फैकल्टी सदस्यों और चिकित्सकों ने उनका गर्मजोशी से स्वागत किया.
डॉ. जैन का कार्यकाल तीन साल का होगा. इससे पहले वह लखनऊ के किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी (केजीएमयू) में डीन (अकादमिक) और माइक्रोबायोलॉजी विभागाध्यक्ष के पद पर कार्यरत थीं. वह जून 2025 में वहां से रिटायर हुईं. डॉ. जैन ने 1982 में एमबीबीएस, 1986 में एमडी (माइक्रोबायोलॉजी) और 2017 में केजीएमयू से पीएचडी की डिग्री हासिल की है.
अपने शानदार शैक्षणिक और रिसर्च कार्यों के लिए उन्हें कई बड़े राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय सम्मान मिले हैं. इनमें 2017 का प्रो. यूसी चतुर्वेदी ओरेशन और लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड, 2018 में रॉयल कॉलेज ऑफ पैथोलॉजिस्ट्स (लंदन) की फेलोशिप, 2021 में इंफेक्शियस डिजीज सोसाइटी ऑफ अमेरिका (आईडीएसए) की फेलोशिप और 2022 का ‘विश्व गौरव सम्मान’ शामिल है.
अनुसंधान और शिक्षण में भी उनका लंबा अनुभव रहा है. उन्हें 2014 में रिसर्च एक्सीलेंस अवार्ड और 2012 में बेस्ट टीचर अवार्ड मिला. वह राष्ट्रीय आयुर्विज्ञान अकादमी की निर्वाचित परिषद सदस्य भी हैं. खास बात यह है कि पिछले पाँच साल से लगातार स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी ने उन्हें दुनिया के टॉप 2 प्रतिशत वैज्ञानिकों की लिस्ट में जगह दी है.
कोविड-19 महामारी के दौरान भी डॉ. जैन ने अहम भूमिका निभाई. उन्होंने उत्तर प्रदेश में टेस्टिंग सेवाओं की अगुवाई की और आईसीएमआर व डीएचआर ने उन्हें देश के सबसे कुशल वायरोलॉजिस्ट्स में से एक के रूप में सम्मानित किया.
AIIMS रायबरेली को उम्मीद है कि उनके नेतृत्व में संस्थान नई ऊंचाइयों को छुएगा और स्वास्थ्य सेवाओं में तेजी से प्रगति करेगा.