सलोन कोतवाली पुलिस ने न्यायालय के आदेश के बाद निजी क्षेत्र की प्रतिष्ठित एचडीएफसी बैंक, सलोन शाखा के तीन तत्कालीन बैंक प्रबंधकों के खिलाफ धोखाधड़ी के आरोप में मुकदमा दर्ज किया है। यह कार्रवाई बैंक से ऋण लेने वाले एक कर्जदार की शिकायत पर की गई।
कर्जदार का आरोप — 12 लाख के बजाय बना दिया 44 लाख का लोन
पैगंबरपुर पश्चिमी, कस्बा निवासी हरिप्रसाद पुत्र गया प्रसाद ने अदालत में याचिका दायर कर बताया कि उन्होंने वर्ष 2018 में परसदेपुर रोड स्थित एचडीएफसी बैंक से अखिलेश एंटरप्राइजेज नाम से दुकान खोलने के लिए 12 लाख रुपये का लोन लिया था।
शिकायतकर्ता के अनुसार, वर्ष 2022 में बैंक मैनेजर ने बिना जानकारी और बिना हस्ताक्षर कराए उसके लोन की राशि बढ़ाकर 20 लाख रुपये कर दी। इतना ही नहीं, आरोप है कि बाद में दो बार और लोन बढ़ाते हुए कुल रकम 44,14,942 रुपये दिखा दी गई।
33 लाख रुपये का कोई लेन-देन नहीं किया” — शिकायतकर्ता
हरिप्रसाद का कहना है कि उन्होंने केवल 12 लाख का ही ऋण लिया था, बाकी 33 लाख रुपये की जानकारी उन्हें बिल्कुल नहीं है। उनका आरोप है कि यह सब बैंक प्रबंधकों की मिलीभगत और धोखाधड़ी का परिणाम है। पुलिस से शिकायत करने के बाद भी कार्रवाई नहीं हुई, जिसके बाद उन्होंने न्यायालय का दरवाजा खटखटाया।
किन बैंक अधिकारियों पर केस दर्ज हुआ?
कोतवाली प्रभारी राघवन कुमार सिंह ने बताया कि कोर्ट के आदेश के बाद निम्नलिखित बैंक अधिकारियों के खिलाफ संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है—
- वर्तमान शाखा प्रबंधक: अखिलेश शुक्ला
- पूर्व शाखा प्रबंधक: प्रवीन कुमार मिश्रा
- पूर्व शाखा प्रबंधक: हरजीत सिंह
पुलिस ने जांच शुरू की
सलोन पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है और पूरे प्रकरण की पड़ताल की जा रही है।
यह मामला निजी बैंकों में लोन प्रक्रिया की पारदर्शिता और ग्राहक सुरक्षा को लेकर कई गंभीर सवाल खड़े करता है। आगे की कार्रवाई पर सभी की निगाहें टिकी हैं।