NTPC ऊंचाहार के संविदा श्रमिकों ने एक बार फिर आवाज बुलंद की है। मजदूरी में जबरन कटौती के खिलाफ थर्मल पावर संविदा श्रमिक संघ ने सोमवार को तहसील मुख्यालय पर जोरदार प्रदर्शन किया।
इस धरने का नेतृत्व आल इंडिया सेंट्रल काउंसिल ऑफ ट्रेड यूनियंस (AICCTU) के अध्यक्ष विजय विद्रोही ने किया। श्रमिकों का आरोप है कि एनटीपीसी में कार्यरत ठेकेदार मजदूरों से उनकी आधी मजदूरी जबरन वसूलते हैं, जिससे सालाना लगभग 22.5 करोड़ रुपये की अवैध वसूली की जाती है।

संघ की प्रमुख मांगें इस प्रकार हैं:
- जबरन वसूली करने वाले ठेकेदार की तत्काल गिरफ्तारी
- संघ के कोषाध्यक्ष पवन मिश्रा को धमकाने वाले ठेकेदार के खिलाफ एफआईआर में कार्रवाई
- एनटीपीसी प्रबंधन की जवाबदेही तय करना
- दोषी ठेकेदार कंपनियों को ब्लैकलिस्ट करना
- सभी ठेकेदारों की पृष्ठभूमि की जांच
- राज्य कर्मचारी बीमा निगम (ESIC) की स्थानीय इकाई की स्थापना

श्रमिकों का कहना है कि यह अवैध वसूली अब एक “रिवाज” बन गई है, जो श्रमिकों की गरिमा और मेहनत का अपमान है। उनका कहना है कि यदि इस पर रोक नहीं लगी, तो आंदोलन को और तेज किया जाएगा।
धरने के अंत में श्रमिकों ने तहसीलदार को ज्ञापन सौंपा और जल्द से जल्द कार्रवाई की मांग की।